गुजरात के पोरबंदर में शनिवार, 16 नवंबर को ड्रग्स तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की गई। इस ऑपरेशन में गुजरात एटीएस, भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मिलकर संयुक्त रूप से काम किया। इस दौरान करीब 700 किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स के साथ आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। ये ड्रग्स समुद्र के रास्ते तस्करी के लिए लाए गए थे। पकड़े गए सभी आठ ईरानी नागरिकों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
यह कार्रवाई समुद्र तट से होने वाली तस्करी की गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि गुजरात तट क्षेत्र ड्रग्स तस्करी के लिए एक प्रमुख मार्ग बन चुका है।

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जल क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए, नेशनल कस्टम्स ब्यूरो (एनसीबी) ने 700 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की एक बड़ी खेप जब्त की है। यह ड्रग्स अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,500 से 3,500 करोड़ रुपये के बीच मूल्य की हो सकती है। एनसीबी ने इस कार्रवाई के लिए ‘सागर मंथन-4’ नामक अभियान शुरू किया था, जो खुफिया जानकारी पर आधारित था।
एनसीबी के बयान में कहा गया कि संदिग्ध जहाज की पहचान के बाद, भारतीय नौसेना ने एक समन्वित अभियान के तहत उसे रोका और ड्रग्स जब्त किए। इस कार्रवाई में आठ विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिनका दावा था कि वे ईरानी हैं, हालांकि उनके पास अपनी पहचान से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं थे।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह कार्रवाई भारतीय नौसेना, एनसीबी और गुजरात पुलिस की संयुक्त कोशिशों के तहत की गई थी। यह तस्करी के खिलाफ भारतीय नौसेना का इस साल दूसरा बड़ा सफल अभियान था, जो समुद्र में ड्रग्स तस्करी के खात्मे में एक महत्वपूर्ण कदम है।