नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली फिर से चर्चा में हैं। दरअसल उन्होने सोशल मीडिया पर पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के समर्थन में एक काली डिस्प्ले पिक्चर का इस्तेमाल किया, जिसकी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म और हत्या कर दी गई थी। ऐसे में अब सौरव गांगुली पीड़िता के समर्थन में अन्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं में भी शामिल हो गए हैं।
बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव ने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’पर अपनी प्रोफाइल फोटो को ही हटा दिया है। उन्होंने अपने अकाउंट के प्रोफाइल फोटो से अपनी फोटो को हटाकर इसे अब पूरा ब्लैक कर दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि ‘न्यू प्रोफाइल पिक’। हालांकि पूर्व कप्तान ने इसके अलावा और कुछ भी नहीं लिखा है, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने यह प्रोफाइल फोटो कोलकाता केस के विरोध में ही बद डाली है।
मालुम हो कि सौरव गांगुली ने हाल ही में कोलकाता केस पर एक बयान दिया था, जिस पर खूब विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद पूर्व कप्तान को सामने आकर अपनी सफाई पेश करनी पड़ी थी, दरअसल सौरव गांगुली ने बीते हफ्ते इस घटना की निंदा की थी। उन्होंने बंगाली भाषा में दिए एक बयान में तब कहा था कि, “एक बेटी का पिता होने के नाते मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। ऐसे कभी-कभार होने वाली घटना से पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना सही नहीं होगा, क्योंकि यह सिर्फ एक ही घटना है।”
तब पूर्व भारतीय कप्तान के इस बयान लोगों को बिल्कुल भी नहीं पसंद नही किया था। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। मामले के तूल पकड़ने पर सौरव गांगुली ने खुद सामने आकर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि, मैंने पिछली बार बस यही कहा था कि यह भयानक घटना है। मैं नहीं जानता कि लोगों ने इसे किस तरीके से लिया, इसे कैसे समझा और मेरे बयान को कैसे पेश किया गया। फिलहाल CBI और पुलिस मामले की जांच कर रही है। जो कुछ हुआ है, वह बहुत शर्मनाक है। मुझे उम्मीद है कि CBI की जांच के बाद अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी और यह सजा ऐसी होनी चाहिए कि कोई भी जिंदगी में दोबारा ऐसा अपराध करने की हिम्मत न करे। यह जरूरी है कि सजा कड़ी से कड़ी हो।”
बताते चलें कि, आज इस संगीन मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है। जिसमें दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने बीते सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर स्वत: संज्ञान मामले में उसे भी पक्षकार बनाए जाने का अनुरोध किया। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते नौ अगस्त को ड्यूटी के दौरान स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में 32 वर्षीय डॉक्टर का अर्द्ध निर्वस्त्र शव मिला था। इस वारदात के बाद देशभर में व्यापक स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं।






