जालना। मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर शनिवार को दस बजे से जालना जिले के अंतरवाली सराटी में फिर से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
सरकार की डेड लाइन ख़त्म
मनोज जारांगे पाटिल ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि उन्हें राज्य सरकार ने 13 जुलाई तक मराठा समाज के लोगों को कुनबी जाति का प्रमाण पत्र सगे संबंधियों के आधार पर देने का आश्वासन दिया था। लेकिन जो अवधि सरकार ने दिया था, वह अवधि एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी उन्हें सरकार की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है। यहां तक कि सरकार की ओर से कोई मंत्री और विधायक उनसे मिलने नहीं आया है। इसी वजह से वे फिर से भूख हड़ताल करने के लिए बाध्य हुए हैं। मनोज जारांगे ने बताया कि वे जल्द ही महाराष्ट्र के सभी 288 विधायकों को जीताना है या हराना है, इस पर समाज की भूमिका स्पष्ट करेंगे। मराठा समाज के बच्चों का भविष्य उनके लिए सबसे प्राथमिक है, इसलिए इस विषय पर कोई समझौता नहीं करेंगे। उनकी भूख हड़ताल के बीच ही मराठा समाज की बैठक होगी और आगामी विधानसभा चुनाव में क्या भूमिका निभानी है, तय किया जाएगा। मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि सरकार की ओर से मराठा समाज को तोडऩे, मराठा-धनगर समाज के बीच विवाद पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है, जो निंदनीय है। सरकार की ओर से इस तरह का प्रयास करने से परहेज करना चाहिए।