सूरत के उधना इलाके में स्थित ब्लू डार्ट पार्सल सर्विस सेंटर में चोरी की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। आरोपी कर्मचारियों ने चोरी के बाद सबूत मिटाने के लिए आग लगाने का नाटक रचा। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदेह के आधार पर पूरे मामले का भंडाफोड़ कर दिया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पांडेसरा दक्षेश्वर महादेव मंदिर के सामने एक पार्सल सर्विस सेंटर है। आरोपी कर्मचारियों ने 34,63,526 रुपये की नकदी और कीमती सामान चोरी कर लिया। चोरी करने के बाद उन्होंने सबूत मिटाने के लिए सेंटर में आग लगा दी।
पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी
इस घटना की सूचना मिलते ही उधना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को आगजनी की घटना में कुछ संदेह हुआ। मौके पर कोई जला हुआ सामान नहीं मिला और आरोपियों के बयान में भी विरोधाभास पाए गए।
पुलिस ने गहन पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर आगजनी की घटना का भंडाफोड़ कर दिया। पता चला कि आरोपियों ने चोरी के बाद सबूत मिटाने के लिए आग लगाने का नाटक रचा था।
इस मामले में पुलिस ने गोपाल वासुदेव बनिसिपी, बदरूभाई भूकन और जाकिर मुहम्मद अली सैयद नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जाकिर ने इस चोरी की योजना बनाई थी, जबकि बाकी दो आरोपियों ने उसकी मदद की थी। गोपाल सेंटर में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था, बदरूभाई को दो दिन पहले ही काम पर रखा गया था, और जाकिर सेंटर का सुपरवाइजर था।
बरामदगी और आगे की जांच
पुलिस ने आरोपियों से 35 लाख रुपये की नकदी, 40 मोबाइल फोन, डीवीआर और लैपटॉप बरामद किए हैं।
जांच में पता चला कि इन आरोपियों ने अठवा क्षेत्र में भी 40 लाख रुपये से अधिक की चोरी की है। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।