नई दिल्ली: भारत, आतंकवाद रोधी और आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञों का एक दल ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के दौरान फ्रांस भेजेगा जो आयोजन के दौरान सुरक्षा प्रदान करने में सहायता करेगा। भारत और फ्रांस ने 2024 के पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की है। यह सहयोग दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगा, जो पहले से ही सुरक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग करते हैं। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि फ्रांस ने हाल के वर्षों में कई आतंकवादी हमलों का सामना किया है। जुलाई 2024 में पेरिस में होने वाले आगामी ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के दौरान भारत सुरक्षा उपायों में फ्रांस को अपनी विशेषज्ञता प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार है। गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ विस्तृत चर्चा की और दोनों पक्षों ने इस बड़े आयोजन से पहले आतंकवाद निरोधक और आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञों का एक प्रतिनिधिमंडल पेरिस भेजने पर आपसी सहमति जताई। भारत ने भी आतंकवाद का सामना किया है और इससे निपटने के लिए सुरक्षा में विशेषज्ञता हासिल की है।
फ्रांस ने कई मु्द्दों पर भारत का साथ दिया है। फ्रांस ने लगातार आतंकवाद की निंदा की है और फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद फ्रांस ने भारत का समर्थन किया। फ्रांस ने पुलवामा हमले के बाद आतंकवाद की निंदा करने और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हाफिज सईद को प्रतिबंधित करने में मदद की थी। फ्रांस ने मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर निर्दोष भारतीय नागरिकों को यूएनएससी 1267 प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के पाकिस्तान के प्रयासों को रोकने के भारत के अनुरोधों का भी समर्थन किया था।
कहीं ये वजह तो नहीं… पेरिस ओलंपिक के दौरान फ्रांस क्यों जा रही भारत की आतंक रोधी टीम
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