साबरमती रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य अगस्त 2025 तक होगा पूरा

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अहमदाबाद. साबरमती रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य अगस्त 2025 तक पूरा होगा। अभी यहां पर तेजी से कार्य चल रहा है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर एवं अहमदाबाद मंडल केे उप मुख्य परियोजना प्रबंधक अनंत कुमार ने साबरमती स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्य की प्रगति की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे प्राधिकरण ने इंजीनियरिंग, प्रॉक्योरमेन्ट और कन्स्ट्रक्शन (इपीसी) मोड के माध्यम से पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद डिवीजन में स्थित साबरमती रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना लागू करने का निर्णय किया है।
साबरमती स्टेशन पर दो स्टेशन हैं। एक एसबीआईबी और दूसरा एसबीटी। यह दोनों एक ही रेलवे यार्ड के दो अलग-अलग छोर पर स्थित हैं। एसबीटी से विरमगाम और भावनगर से अहमदाबाद की ओर यातायात सलंचालित होता है जबकि एसबीआईबी से दिल्ली से अहमदाबाद और आगे मुंबई तक के यातायात का संचालन होता है। वर्तमान में साबरमती रेलवे स्टेशन एसबीआईबी के पास 33 रुकने वाली ट्रेनें और 7 परिचालन प्लेटफॉर्म हैं, जबकि एसबीटी के पास 11 रुकने वाली ट्रेनें और 3 परिचालन प्लेटफॉर्म हैं। दिन के व्यस्त घंटों के दौरान दोनों स्टेशनों पर संयुक्त यात्रियों की आवाजाही की संख्या 2309 है।
23 हजार वर्ग मीटर जमीन पर विस्तार कार्य
एसबीआईबी साइड पर 19582 वर्ग मीटर एवं एसबीटी साइड पर 3753 वर्ग मीटर सहित 23 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा जमीन पर विस्तार कार्य किया जा रहा है। 53 क्वार्टर आवास इकाइयों को 3998 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले आवासीय क्षेत्र में स्थानांतरित करने की भी योजना है।
पार्किंग स्थल, पैदल यात्रियों के लिए होगी समर्पित लेन
एसबीआईबी की ओर 6 वीआईपी, 23 कारें, 46 दुपहिया वाहन तथा एसबीटी की ओर 4 वीआईपी, 4 कारें, 14 दुपहिया वाहन सहित विभिन्न श्रेणियों के लिए समर्पित पार्किंग स्थल और पैदल यात्रियों की सुचारू आवाजाही के लिए समर्पित लेन होगी।
28 एस्केलेटर, 28 लिफ्ट की सुविधा
सभी प्लेटफार्मों तक प्रवेश को आसान बनाने के लिए 28 एस्केलेटर, 28 लिफ्ट, 26 सीढ़ियां, 2 स्काईवॉक, 4 फुट ओवर ब्रिज की सुविधा होगी। यात्रियों, वीआईपी और महिलाओं के लिए 2 विशाल कॉन्कोर्स, प्रतीक्षालय भी होंगे। भूतल और कॉन्कोर्स स्तर पर वाणिज्यिक क्षेत्र के लिए प्रावधान किया गया है।
ऐतिहासिक विरासत, महत्व को संरक्षित करने का उद्देश्य
प्रस्तावित डिज़ाइन और मास्टर प्लान का उद्देश्य ऐतिहासिक विरासत और महत्व को संरक्षित करना है। ऐतिहासिक रूप से साबरमती स्टेशन महात्मा गांधी और उनके आश्रम से जुड़ा हुआ है। स्टेशन के डिज़ाइन में महात्मा गांधी की मूर्ति और उनसे जुड़ी वस्तुओं (चरखा और खादी कपड़ा) का उपयोग किया गया है।
2058 तक 49 हजार यात्रियों का अनुमान
वर्ष 2058 के लिए स्टेशन डिज़ाइन के अनुसार एसबीआईबी पर 34,228 और एसबीटी पर 15,357 सहित दोनों स्टेशनों पर आवाजाही करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़कर करीब 49585 हो जाएगी।

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