Prayagraj Magh Mela 2024: संगम नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू हो रहे आस्था के माघ मेले में जमीन बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया है. खाक चौक व्यवस्था समिति से जुड़े हुए संतों ने दूसरी जगह जमीन दिए जाने पर नाराजगी जताई है. इसके विरोध में उन्होंने घंटों तक धरना प्रदर्शन किया. संतों ने इस दौरान प्रभारी मेला अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद माहौल बेहद गरम हो गया. हालांकि बाद में संतों की सभी मांगों को मान लिया गया.
प्रयागराज में हर साल मकर संक्रांति से माघ मेले का आयोजन किया जाता है. इस दौरान यहां देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोग माघ मेले में शामिल होते हैं, लेकिन इस बार मेले के आयोजन स्थल में थोड़ा सा बदलाव किया गया था, जिसके बाद यहां साधु संतों का गु्स्सा भड़क गया. नाराज संतो ने मेला प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसके बाद उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
माघ मेले की जगह बदलने पर भड़के संत
इस दौरान वाराणसी के सतुआ बाबा आश्रम के संत महामंडलेश्वर संतोष दास तो इस कदर भावुक हो गए कि वह धरना स्थल पर ही फूट-फूट कर रोने लगे. सतुआ बाबा के रोने से वहां का माहौल गर्म हो गया. हालांकि अफसरों ने कुछ देर बाद खाक चौक व्यवस्था समिति से जुड़े हुए संतों की सभी मांगों को मानते हुए उनकी नाराजगी दूर कर दी.
दरअसल माघ मेले में इस बार गंगा का कटान ज्यादा है. गंगा की धारा की वजह से भी मेला क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति बदल गई है. इस वजह से कुछ संत महात्माओं और संस्थाओं को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है. प्रभारी मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद के मुताबिक संतों की सभी मांगे पूरी कर ली गई हैं और उनकी नाराजगी दूर कर दी गई है. जिसके बाद संतों ने भी अपना विरोध खत्म कर दिया.