सूरत. साइबर अपराधों की जड़े कहे जाने वाली प्री-एक्टिव सिमकार्ड की बिक्री का खेल शहर में धड़ल्ले से चल रहा है। प्रिवेंशन ऑफ क्राइम ब्रांच (पीसीबी) पुलिस ने ऐसे ही एक रैकेट का पर्दाफाश कर तीन जनों को गिरफ्तार किया है तथा फरार दो अन्य को वांछित घोषित किया है। आरोपियों के कब्जे से 14 प्री-एक्टिव सिमकार्ड समेत 45 हजार 770 रुपए का सामान जब्त किया है।
पुलिस निरीक्षक आरएस सुवेेरा(RS Suveera) ने बताया कि सिंगणपोर नवजीवन सोसायटी निवासी विजय राठौड़ (29), वेडरोड बहुचरनगर सोसायटी निवासी विकास वाघेला (27) व वेडरोड प्रभुनगर सोसायटी निवासी मितेश बोरिचा (26) फरार रुद्र व जय की मदद से प्री-एक्टिव सिमकार्ड की बिक्री का रैकेट चला रहे थे। मुखबिर से सूचना मिली थी वीआई मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी का एजेन्ट विजय अपने पास प्री-एक्टिव सिमकार्ड रखता है। वही दो दुकानदारों विकास व मितेश को सिमकार्ड उपलब्ध करवाता है। वह दोनों से अडाजण बस डिपो के निकट मिलने वाला है। सूचना की तस्दीक कर पुलिस टीम ने छापा मारा और अडाजण बस डिपो के निकट से तीनों को पकड़ लिया। उनके कब्जे से 14 प्री-एक्टिव सिमकार्ड, 70 अन एक्टिव सिमकार्ड, 4 मोबाइल फोन, 6 हजार 870 रुपए नकद बरामद हुए। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।


