इंफाल। मणिपुर में अज्ञात बंदूकधारियों ने सुरक्षा बलों के वाहन पर IED से हमला कर दिया। इसमें 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल उनका इलाज 5 असम राइफल्स कैंप में चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना टेंग्नौपाल के मोरेह में शनिवार दोपहर 3:30 बजे हुई। उपद्रवियों ने पुलिस को उस समय निशाना बनाया, जब वे मोरेह से की लोकेशन पॉइंट (KLP) की ओर बढ़ रहे थे। 4 दिसंबर को इसी जगह में दो गुटों के बीच हुई फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं, इम्फाल वेस्ट जिले के कदंगबंद में बंदूकधारियों ने एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान जेम्सबॉन्ड निंगोमबाम के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि जेम्सबॉन्ड गांव की सुरक्षा में तैनात था।
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने युवक की हत्या की निंदा की है। सीएम ने कहा- कुछ लोग राज्य में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। दोषियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। हम उन्हें नहीं बख्शेंगे।

मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
दो बम विस्फोट हुए, फिर 400 राउंड गोलियां चलीं
पुलिस ने कहा कि मोरेह वार्ड नंबर 9 के चिकिम वेंग में अज्ञात बंदूकधारियों ने मोरेह की कमांडो टीम पर गोलियां चलाईं और बम फेंके। यह घटना तब हुई जब मणिपुर पुलिस कमांडो इलाके में नियमित पेट्रोलिंग कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि शुरुआत में दो बम विस्फोट हुए, इसके बाद 350 से 400 राउंड गोलियां चलीं।

24 अक्टूबर को मणिपुर के वांगू लाइफाम इलाके में काकचिंग पुलिस के सर्च आपरेशन में घरों और पहाड़ी से बड़ी संख्या में हाईटेक हथियार और चीनी ग्रेनेड बरामद किए गए थे।
18 कुकी उग्रवादी समूह, दो सबसे ज्यादा सक्रिय
मणिपुर में 18 कुकी उग्रवादी समूह हैं। इनमें से सबसे ज्यादा सक्रिय कुकी रिवोल्यूशनरी आर्मी (केआरए) और कुकी नेशनल आर्मी (केएनए) संगठन हैं। कुकी उग्रवादी समूहों ने 2008 में सरकार के साथ त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।