सूरत. उनगाम से लापता हुई किशोरी को बनासकांठा जिले में डेढ़ लाख रुपए में बेचने का मामला सामने आया है। सचिन जीआइडीसी पुलिस ने आठ साल बाद उसे मुक्त करवा कर एक जने को गिरफ्तार कर मानव तस्करी के रैकेट में लिप्त दो जनों को वांछित घोषित किया है।
पुलिस के मुताबिक़, सूरत के उनगाम में रहने वाले रहने वाली 14 वर्षीय किशो्री नौ साल पूर्व रहस्यमय हालात में लापता हो गई थी। उसके परिजन तलाश में थे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। कुछ दिन पूर्व अचानक उसका फोन आया। युवती 22 वर्ष की हो चुकी थी। किशोरी ने परिजनों को बताया कि समीर ने नाम के युवक ने उसका अपहरण कर लिया था। वह उसे बनासकांठा ले आया था। उसने खेमा नाम के एक दलाल को दे दिया। खेमा ने आठ साल पूर्व उसे बदरा पोपट कुटेचा को डेढ़ लाख रुपए में बेच दिया। बदरा उसे लाखन के निकट अपने गांव ले आया। वह डरा-धमका कर उसे पत्नी की तरह रख रहा था। जानकारी मिलने पर परिजनों ने सचिन जीआइडीसी पुलिस का संपर्क किया। पुलिस ने एक टीम बनासकांठा भेजी तथा पीड़ित युवती को मुक्त करवाया। पुलिस ने बदरा को गिरफ्तार कर लिया। समीर व खेमा फरार है। उनकी तलाश जारी है।