बारडोली. सूरत जिले के कड़ोदरा में 12 वर्षीय बच्चे के अपहरण और हत्या मामले में जिला पुलिस ने मुख्य सूत्रधार और दो नाबालिग को बिहार के छपरा से गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस अधीक्षक हितेश जॉयसर ने बताया कि पूरा ऑपरेशन बिहार एसटीएफ के सहयोग से किया गया। पुलिस टीम तीनों आरोपियों को लेकर बिहार से रवाना हो गई है।
सूरत जिले में पलसाना तहसील के कडोदरा स्थित सत्यमनगर सोसायटी निवासी बिहार के जहानाबाद संतपुर निवासी सुधीर कुमार बलेश्वर महंतो के बड़े बेटे अमरेंद्र उर्फ शिवम (12) का गत 8 सितंबर को अपहरण कर अपहृताओं ने उसके पिता से फोन कर 15 लाख रुपए की फिरौती की मांग करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी।
इस मामले में कड़ोदरा जीआईडीसी पुलिस की जांच में पता चला कि सत्यम नगर में रहने वाला सोनू उर्फ विनायक श्रीराम यादव, उसका भाई गौतम उर्फ मोनु विनायक यादव और मोहन, जिगो, सतीश और उमंग नाम के युवकों ने ही शिवम के अपहरण की साजिश रची थी। 10 सितंबर को पुलिस ने उमंग को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान उमंग ने कबूल किया कि उन्होंने शिवम की हत्या उंभेल के दादिया फलिया के पास सुनसान जगह पर की थी।
बिहार-उत्तरप्रदेश सीमा पर स्थित एक गांव में पुलिस ने रात दो बजे आरोपियों की तलाश शुरू की थी। गांव में सब कुछ शांत होने के बाद पुलिस टीम आरोपियों के घर पहुंची और रात दो बजे तीनों को नींद से जगाकर गिरफ्तार कर लिया। तीन में से दो नाबालिग हैं और उनके नाम जारी नहीं किए गए हैं। अभियान में वारदात का मुख्य आरोपी गौतम उर्फ मोनू श्रीराम यादव भी गिरफ्तार कर लिया गया हैै। इस मामले में एलसीबी जांच कर रही है। जांच में पुलिस अहम गवाहों के बयान लेने की कार्रवाई कर रही है। इसी बीच जब शिवम का रिक्शे से अपहरण किया गया तो वहां काफी भीड़ थी और वहां के कुछ दुकानदारों ने शिवम को रिक्शे में बैठते हुए देखा था। इस मामले में मास्टर माइंड और बिहार के दो नाबालिग की गिरफ्तारी के साथ अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। इसके अलावा इस मामले को लेकर कडोदरा पीआई को निलंबित कर दिया गया है।