गोवा में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा से तोड़फोड़ के बाद बलाल हो गया है। यहां उत्तर गोवा के मापुसा इलाके में एक तीन फीट की छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा लगाई गई थी। अज्ञात उपद्रवियों ने सोमवार को मूर्ति तोड़ दी और सिर लेकरगायब हो गए। जब लोगों को पता चला तो वे वहां इकट्ठा हो गए। पुलिस पहुंचे तो लोगों ने अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। पास के रहने वाले एक शख्स ने कहा, सुबह 6 बजे के करीब मेरे पास फोन आया कि शिवाजी की प्रतिमा तोड़ दी गई है। जब मैं पहुंचा तो देखा कि उनका सिर और मुकुट गायब है। यह काम हाथ से नहीं किया जा सकता। इसके लिए किसी औजार की जरूरत पड़ी होगी क्योंकि मूर्ति ग्लासफाइबर की बनी थी। मैंने पुलिस को फोन किया। पुलिस का कहना है कि मामले की जां च की जा रही है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस का कहना है कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले जा रहे हैं ताकि उपद्रवियों को पकड़ा जा सके। इस घटना के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी विधायक विजय सरदेसाई ने कहा कि सरकार देश के हीरो के प्रतीकों की रक्षा करने में भी विफल है। उन्होंने कहा, गोवा सरकार ना तो यहां के लोगों की सुरक्षा कर पा रही है और ना ही छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महापुरुषों के प्रतीकों की। एक बार फिर साबित हो गया है कि यह सराकर लोगों और संपत्तियों की सुरक्षा करने में फेल है। कुछ दिन पहले एक उपदेश देने वाले ने कहा था, बहुत सारे लोग शिवाजी को भगवान मानने लगे हैं। शिवाजी भगवान नहीं थे बल्कि एक नेशनल हीरो हैं। हमारे मन में उनके प्रति सम्मान है। उन्होंने लोगों को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी। इसके लिए उनका सम्मान किया जाना चाहिए। वह हीरो हैं ना कि भगवान। लेकिन आज हिंदुत्ववादी उन्हें भगवान मानने लगे हैं। हमने कुछ लोगों से बातचीत की और कहा कि क्या शिवाजी आपके भगवान हैं? अगर नेशनल हीरो हैं तो उन्हें वही रहने दीजिए। उन्हें भगवान मत बनाइए।
